कुमॉऊ की सुंदर पाड़ियों पर बसा है चौकोड़ी।
कुमॉऊ की सुंदर पहाड़ियों की ऊॅचाइयों में एकदम ग्रामीण परिवेश में 2010 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है खूबसरत चौकोड़ी। पिथौरागढ़ जिले का यह एक ऐसा स्थान है, जिसकी खूबसूरती व्यक्त करने के लिए शब्द कम पड़ जाए। यहॉ शांत और सुंदर वादियों में जिंदगी के गीत गुनगुनाते हर व्यक्ति को जीवन की बुलंदियों को छूने के लिए नई ऊंर्जा मिल जाती है।
सैर with सर्वेश
ग्रीष्मकाल में जहॉ चौकड़ी को खूबसूरती का आनंद लिया जा सकता है, वहीं शीतकाल में भी यह स्थान रोमांचित कर देता है। ब्रिटिश शासकों ने चौकोड़ी से बेरीनाग तक चाय के बागान लगाये। पहाड़ों की ऊंचाई में एक रिज के साथ—साथ ढलानों पर चाय के बागान अनायस ही लोगों का रास्ता रोक देते हैं। हिमालय की ओर नजर डालें तो चौकड़ी से पंचाचूली की हिम श्रृंखलाएं आंखों को तृप्त कर देती है। सूर्योदय एवं सूर्यास्त के वक्त की रक्तिम आभा सम्पूर्ण हिमश्रृंखला को सुनहरा आवरण ओढ़ा देती है। चौकोड़ी का सूर्योदय देखते ही शरीर का रोम—रोम पुलकित हो जाता है। दिनभर सूरज की किरणों से अठखेलियां करते बादल पल—पल रंग बदलते हैं। सौलानी जब इस शांत स्थल पर दिनभर प्रकृति के साथ गुजरे पलों को याद कर सोते हैं तो नई सुबह सूरज की किरणें तथा पक्षियों की चहचहाहट प्रात: की दस्तक देकर शुभकामनाएं देती हैं।
प्रकृति का आलौकिक सौंदर्य से …..