यहॉ मौजूद है, भगवान शिव का त्रिशूल

गोपीनाथ मंदिर उत्तराखंड के चमोली जिले में है। यह शिव मंदिर गोपेश्वर में है। यह जगह बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम की पैदल मार्ग का केंद्र बिंदु है। इस मंदिर का संरक्षण पुरातत्व विभाग करता है। इस मंदिर का निर्माण नागर शैली में हुआ है। मंदिर कला हिमाद्री शैली में है। इस मंदिर में ऐसे अभिलेख मौजूद हैं जिससे नेपाली शासकों का भी संबंध है। मंदिर में नेपाल के राजा अनेकमल से जुड़े अभिलेख भी हैं। पंचकेदारों के बाद इस मंदिर का बेहद धार्मिक महत्व है और यह काफी प्रसिद्ध है। पौराणिक मान्यता है कि जब कामदेव ने भगवान शिव के ध्यान को भंग करने की कोशिश की थी तो शिव ने उन्हें मारने के लिए जो त्रिशूल फेंका था वह यहां है। यह त्रिशूल इसी स्थान पर स्थापित हो गया था।

गोपीनाथ हेरिटेज वॉक,गोपेश्वर।
मंदिर मार्ग,गोपीनाथ मंदिर,वैतरणी कुंड,पुरातन बद्री केदार मार्ग आधार स्थल गोपेश्वर।
चमोली जनपद”टूरिस्ट डेस्टिनेशन गाइड कोर्स” प्रशिक्षणार्थियों का दल।
सैर और स्पॉट टीचिंग।।


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