जिस ताल में कभी पानी नहीं रुकता
जिस ताल में वह है उत्तराखण्ड का कानाताल, मसूरी से लगभग 38 कि.मी.की दूरी पर है ये स्थान। मसूरी से चंबा तक का ये सारा इलाका यूं तो फल पट्टी के लिए मशहूर रहा लेकिन अब तो सारा इलाका सैलानियों की सैरगाह बन गई,,कैंपिंग,बाइकिंग,बर्ड वाचिंग जैसे अनेक रुझानों सहित,,हिमालय के दृश्य,घाटियां,बगीचे,,हवाएं और शीतलता आदि आदि ।
नाम की रोचकता कि काना,,,ताल,,तो लोग कहते हैं कि यहां एक ताल था जिस पर पानी नहीं रुकता,,,औद्यानिकी विश्वविद्यालय का यहां पर एक केंद्र है,,एक खूबसूरत फल उद्यान इसी परिसर में ऊंचाई पर एक स्थान में पानी का श्रोत है,, जो जमीन में रिस रिस कर छोटे ताल का रूप भी नहीं ले पाता,,,खैर कुछ ऐसा ही होगा काना ताल,,
इस जगह से आप अनेकों छोटे छोटे रास्तों से वॉक पर निकल सकते हैं,,लेकिन लगभग 1 कि.मी.की दूरी पर कोडिया के जंगल की जंगल वॉक गुदगुदाएगी तो फिर गुनगुनाइए ताल से ताल मिला।