यहॉ स्वयं यमराज ने की थी तपस्या

इस सिद्धपीठ को ‘क्यूंकालेश्वर मन्दिर’ नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर गढ़वाल मुख्यालय पौड़ी में लगभग 2200 मीटर की ऊंचाई पर सघन देवदार, बांज, बुरांस, सुराई आदि वृक्षों के बीच मौजूद है।

स्कन्दपुराण के केदारखण्ड में लिखा है कि यह स्थान कीनाश पर्वत पर स्थित है। यहां यमराज ने भगवान शिव की कठोर तपस्या की थी। जिसके बाद शिवजी ने यमराज को वर देकर कहा कि कलियुग में वह गुप्तरुप में प्रकट होंगे। मैं कलियुग में उपासकों को भक्ति और मुक्ति प्रदान करूंगा।


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